आतंकियों ने सुरनकोट इलाके में शनिवार शाम को इंडियन एयरफोर्स के काफिले को निशाना बनाया। इस हमले में एक सैनिक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। सुरनकोट जम्मू के पुंछ जिले में आता है। घायल सैनिकों को उधमपुर के उत्तरी कमान अस्पताल में भर्ती कराया गया है, एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस समय जम्मू कश्मीर में भी लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। 25 मई को अनंतनाग राजौरी लोकसभा सीट पर मतदान है। राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। इसके बावजूद यह हमला सुरक्षा चूक की गवाही दे रहा है। तमाम राजनीतिक दल घटना को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि इससे उनके चुनाव प्रचार पर असर पड़ेगा।
जम्मू क्षेत्र में इस साल कई आतंकवादी हमले हुए हैं। लेकिन शनिवार की शाम सबसे बड़ा हमला बताया गया है। जम्मू में कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त हमेशा रहता है। लेकिन 4 मई की घटना ने सुरक्षा को और बढ़ाने पर मजबूर कर दिया है।
फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने हाल ही में अपने चुनाव अभियान के तहत इस क्षेत्र का दौरा किया था। राजनीतिक दलों का कहना है कि इससे हमारे चुनाव प्रचार अभियान पर असर पड़ेगा।
अनंतनाग संसदीय क्षेत्र, जिसका हिस्सा पुंछ-राजौरी है, में 7 मई को मतदान होना था। लेकिन भाजपा और उसके प्रॉक्सी दलों की अपील के बाद चुनाव को 25 मई तक के लिए टाल दिया गया।
दूसरी घटना महज हादसा है
दक्षिण कश्मीर के डूरू इलाके में शनिवार को एक वाहन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से एक सैनिक की जान चली गई और आठ अन्य घायल हो गए। कुछ सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इसे आतंकवादी हमला बताया गया। पुलिस ने आतंकवादी हमले से इनकार किया। पुलिस ने एक बयान में कहा, "कुछ मीडिया प्लेटफार्मों ने खबर प्रसारित की है कि आतंकवादियों ने बाटागुंड टॉप, डूरू में सेना के एक वाहन पर हमला किया है, जो पूरी तरह से निराधार है। सेना के जवानों को ले जा रहा वाहन नियंत्रण खो बैठा और सड़क से फिसल गया, जिसकी वजह से एक सैन्यकर्मी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई और उसके साथियों को चोटें आईं।"
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