बता दें कि कश्मीर में हाल ही में कई आतंकवादी घटनाएं हुई हैं। अभी बुधवार को एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी गई और उनके भाई को घायल कर दिया गया। इससे पहले बिहार के एक मुस्लिम मजदूर की हत्या आतंकियों ने कर दी थी। पिछले हफ्तों में सुरक्षा बलों के कैंपों पर दो बार हमले की कोशिश की गई। जिनमें तीन जवान शहीद हुए थे और दो आतंकी मारे गए थे।
इस समय चुनाव कश्मीर का बड़ा मुद्दा है। जम्मू-कश्मीर में इस साल के अंत में या अगले साल की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव हो सकते हैं। केंद्र सरकार ने हाल ही में यहां परसीमन कराया था। बाहरी लोगों को मतदान का अधिकार देने का कश्मीर में जबरदस्त विरोध हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने इस फैसले का विरोध किया है।
5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया गया था और इसके साथ ही राज्य को दो हिस्सों में बांट दिया गया था और पूर्ण राज्य का दर्जा भी खत्म कर दिया गया था। राज्य में जून, 2018 के बाद से ही कोई सरकार अस्तित्व में नहीं है।
अपनी राय बतायें