जम्मू कश्मीर में जब सितंबर की शुरुआत में लोकसभा सांसद शेख अब्दुल रशीद उर्फ इंजीनियर रशीद के नेतृत्व वाली अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) ने विधानसभा चुनाव के लिए जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) से गठबंधन कायम किया तो इस खबर को राष्ट्रीय अखबारों और चैनलों ने सुर्खियां बनाया था। इन्हें इस चुनाव का गेम चेंजर बताया गया था। कांग्रेस से बाहर आये गुलाम नबी आजाद की आजाद पार्टी ने वैसे ही लोकसभा चुनाव से लेकर इस चुनाव तक एक हव्वा खड़ा किया हुआ था। जबरदस्त साधनों के साथ चुनाव लड़ने वाली इन तीनों पार्टियों की रैलियों में भीड़ उमड़ने लगी। अब जब एनसी-कांग्रेस गठबंधन राज्य में सरकार बनाने की तरफ बढ़ रहा है। इस जीत ने छोटी पार्टियों को बहुत पीछे छोड़ दिया है।