जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान गुलाम नबी आजाद की आजाद पार्टी, इंजीनियर रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी और जमात ए इस्लामी समेत कई छोटी-छोटी क्षेत्रीय पार्टियों का खौफ चुनाव विश्लेषकों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के मुकाबले पैदा कर दिया था। ये भी कहा जा रहा था कि इन्हें भाजपा ने मैदान में उतारा था ताकि एनसी-कांग्रेस के वोट काटे जा सकें। लेकिन नतीजा सामने है। जम्मू से लेकर कश्मीर घाटी तक एनसी और कांग्रेस ने शानदार चुनावी प्रदर्शन किया है। उन्हें बहुमत मिल गया है और उनकी सरकार बनने जा रही है।