कांग्रेस के बड़े नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद इन दिनों अपने गृह राज्य जम्मू-कश्मीर में रैलियां कर रहे हैं। लेकिन इन रैलियों से कांग्रेस हाईकमान परेशान है क्योंकि आज़ाद इन रैलियों के जरिये अपने समर्थकों को एकजुट कर रहे हैं और कहा जा रहा है कि वह जल्द ही अपनी पार्टी बना सकते हैं। हालांकि आज़ाद ने कहा है कि वह कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे।
बीते कुछ दिनों में आज़ाद के कई समर्थकों ने पार्टी से इस्तीफ़ा दिया है। इनमें राज्य के कई पूर्व मंत्री और विधायक शामिल हैं। इनके निशाने पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष ग़ुलाम अहमद मीर रहे हैं।
ग़ुलाम नबी आज़ाद कांग्रेस में बाग़ी नेताओं के गुट G-23 के नेता हैं और उनकी इन रैलियों और उनके गुट के नेताओं के इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेस छोड़ने का एक मतलब कांग्रेस आलाकमान पर यह दबाव बनाना भी हो सकता है, कि प्रदेश कांग्रेस की कमान फिर से ग़ुलाम नबी आज़ाद के हाथों में दी जाए।