कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर देश को यह सोचने के लिए मज़बूर कर दिया है कि कश्मीर में आतंकवादी हमले क्यों कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं और क्यों कश्मीरी युवाओं में आतंकवाद को लेकर आकर्षण बढ़ता ही जा रहा है।