जम्मू-कश्मीर में ढाई महीने से पाबंदी है। दुकानें बंद हैं। सार्वजनिक परिवहन भी नहीं चल रहा है। कर्फ़्यू जैसे हालात हैं। ख़ौफ़ का माहौल है। स्कूल खुले हैं, लेकिन न तो बच्चे जा रहे हैं और न ही अध्यापक। सरकार के तमाम प्रयास के बाद भी स्कूलों में बच्चे नहीं जा रहे हैं। ऐसे में ही स्कूलों में बच्चों को लाने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अब नयी तरकीब निकाली है। इसके लिए इसने स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएँ घोषित कर दी हैं। परीक्षाएँ होंगी तो बच्चों को स्कूल जाने की मजबूरी होगी। प्रशासन को शायद लगता है कि क़रीब एक महीने तक चलने वाली परीक्षा के लिए अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजेंगे और स्थिति को सामान्य करने में मदद मिलेगी।