जम्मू-कश्मीर में ढाई महीने से पाबंदी है। दुकानें बंद हैं। सार्वजनिक परिवहन भी नहीं चल रहा है। कर्फ़्यू जैसे हालात हैं। ख़ौफ़ का माहौल है। स्कूल खुले हैं, लेकिन न तो बच्चे जा रहे हैं और न ही अध्यापक। सरकार के तमाम प्रयास के बाद भी स्कूलों में बच्चे नहीं जा रहे हैं। ऐसे में ही स्कूलों में बच्चों को लाने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अब नयी तरकीब निकाली है। इसके लिए इसने स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएँ घोषित कर दी हैं। परीक्षाएँ होंगी तो बच्चों को स्कूल जाने की मजबूरी होगी। प्रशासन को शायद लगता है कि क़रीब एक महीने तक चलने वाली परीक्षा के लिए अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजेंगे और स्थिति को सामान्य करने में मदद मिलेगी।
छात्रों को स्कूल लाने के लिए कश्मीर में 5-12वीं की परीक्षा की तारीख़ें तय
- जम्मू-कश्मीर
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- 18 Oct, 2019
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 5वीं से लेकर 12वीं तक की वार्षिक परीक्षाएँ घोषित कर दी हैं। परीक्षा के लिए अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से क्या स्थिति को सामान्य करने में मदद मिलेगी?

स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन यानी एसईआई और जम्मू-कश्मीर बोर्ड ऑफ़ स्कूल एजुकेशन यानी जेकेबीओएसई ने कक्षा पाँच से लेकर 12वीं तक के लिए परीक्षा की तारीख़ें तय की हैं। जेकेबीओएसई चेयरपर्सन वीना पंडिता ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' से कहा कि 10वीं की परीक्षा 29 अक्टूबर, 12वीं की 30 अक्टूबर और 9वीं की परीक्षा 18 नवंबर से शुरू होगी। 10वीं की परीक्षा 20 दिन में जबकि 9वीं और 12वीं की परीक्षा क़रीब एक माह में पूरी होगी। कश्मीर के शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार कश्मीर डिविजन में निजी और सरकारी स्कूलों में 5वीं से 12वीं तक 6.5 लाख छात्र हैं।