विश्व बैंक ने कोरोना संकट को देखते हुए भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन वित्तीय सहायता देने का एलान किया है। विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशकों की बैठक में यह फैसला किया गया।
क्या होगा इस पैसे से?
यह मदद इसलिए दी जाएगी ताकि अधिक से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा सके, उनका पता लगाया जा सके, उनकी जाँच हो, पर्सनल प्रोटेक्टिव उपकरणों की खरीद हो और आइसोलेशन वार्ड बनाया जाए।
भारत के अलावा पाकिस्तान को 20 करोड़ डॉलर, अफ़ग़ानिस्तान को 10 करोड़ डॉलर, मालदीव को 73 लाख डॉलर और श्रीलंका को 12.86 करोड़ डॉलर की मदद दी जाएगी।
160 अरब डॉलर का इंतजाम
विश्व बैंक ने यह भी कहा है कि वह अगले 15 महीने में 160 अरब डॉलर की व्यवस्था करेगा ताकि कोरोना से लड़ने में सभी ज़रूरतमंद देशों की मदद की जा सके। विश्व बैंक ये पैसे स्वास्थ्य सेवाएं और अर्थव्यवस्था ठीक करने के लिए देगा।
विश्व बैंक का कहना है कि इस कार्यक्रम के तहत विकास के लिए सही स्थिति पैदा करना, छोटे उद्योगों की मदद करना और ग़रीबों की मदद करना होगा।
विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मैलपास ने कहा, विश्व बैंक कोविड-19 रोकने के लिए तुरन्त कार्रवाई कर रहा है, हमने 65 देशों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं।
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