आर्थिक मंदी के बीच सरकार और वित्त मंत्रालय की अजीब छटपटाहट है। हाल ही में कर उगाही कम होने के बावजूद अर्थव्यवस्था में जान फूँकने के लिए बड़े व्यवसायी घरानों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती की गई थी, लेकिन अब उसी कर उगाही को बढ़ाने के लिए सरकार अफ़सरों को टारगेट दे रही है। है न अजीबोगरीब बात!