सरदार वल्लभ भाई पटेल की मू्र्ति बनवाने के लिए केन्द्र सरकार की कम्पनियों ने लगभग तीन अरब रुपये दिए। लेकिन इसके लिए तमाम  नियम-क़ानूनों की धज्जियाँ उड़ाई गईं। नियन्त्रक व महालेखाकार यानी कंप्ट्रोलर ऐंड ऑडिटर जनरल (सीएजी) ने इस पर कड़ी टिप्पणी की है।

केन्द्र सरकार के तहत काम करने वाली 12 कम्पनियों ने कुल मिला कर तीन अरब रुपए उस ट्रस्ट को दिए जो सरदार पटेल की प्रतिमा बनवाने और स्थापित करने के लिए बनाया गया था। 

दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति लगाने की परियोजना पर काम साल 2015 में शुरू हुआ था।