सरदार वल्लभ भाई पटेल की मू्र्ति बनवाने के लिए केन्द्र सरकार की कम्पनियों ने लगभग तीन अरब रुपये दिए। लेकिन इसके लिए तमाम नियम-क़ानूनों की धज्जियाँ उड़ाई गईं। नियन्त्रक व महालेखाकार यानी कंप्ट्रोलर ऐंड ऑडिटर जनरल (सीएजी) ने इस पर कड़ी टिप्पणी की है।
केन्द्र सरकार के तहत काम करने वाली 12 कम्पनियों ने कुल मिला कर तीन अरब रुपए उस ट्रस्ट को दिए जो सरदार पटेल की प्रतिमा बनवाने और स्थापित करने के लिए बनाया गया था।
दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति लगाने की परियोजना पर काम साल 2015 में शुरू हुआ था।
पटेल की मूर्ति के लिए 300 करोड़ दिए सरकारी कम्पनियों ने
- देश
- |
- |
- 31 Oct, 2018
पटेल की मूर्ति बनाने के लिए सरकारी कम्पनियों ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के तहत 300 करोड़ रुपये दिए। सीएजी का कहना है कि यह नियमों का उल्लंघन है।
