देश की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के आ रहे संकेतों के बीच अब जीडीपी ने भी बुरी ख़बर दी है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय यानी एनएसओ द्वारा जारी पहले अग्रिम अनुमानों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.4% रहने का अनुमान है। पहले अग्रिम अनुमानों में मंदी आर्थिक गतिविधि के और धीमा पड़ने का संकेत देती है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था चार वर्षों में सबसे धीमी गति से बढ़ सकती है। तो सवाल है कि ऐसा स्थिति कैसे हुई और देश की अर्थव्यवस्था आख़िर कितने ख़राब दौर से गुजर रही है?