कोरोना की वजह से बदहाल भारतीय अर्थव्यवस्था और आर्थिक मंदी के बीच गुरुवार को भारतीय शेयर बाज़ारों में ज़बरदस्त तेज़ी देखी गई।
बाज़ार बहुत ही तेज़ी से उछला और रिकॉर्ड ऊँचाई तक पहुँच गया। बीएसई पहली बार 60 हज़ार के पास पहुँचा।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदनशील सूचकांक बीएसई इनडेक्स यानी सेंसेक्स 958 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 59,885.36 पर बंद हुआ।
दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी 176 प्वाइंट की बढ़त के साथ 17,823 अंक पर बंद हुआ। ये दोनों ही अंक रिकॉर्ड हैं।
इसकी वजह यह है कि अमेरिका के फ़ेडरल रिज़र्व ने बैंकों की ब्याज दर को रिकॉर्ड निचले स्तर पर स्थिर रखा। यूएस फ़ेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि वह इस साल के अंत तक अर्थव्यवस्था के लिए अपने असाधारण समर्थन उपायों में ढील देने की शुरुआत कर सकता है।
सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की बढ़त एक्सिस बैंक के शेयर में हुई। इसके अलावा टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और कोटक बैंक के शेयर भी तेजी से आगे बढ़े।
लेकिन टाइटन और टेक महिंद्रा में गिरावट देखी गई।
शेयर बाजार के अस्थाई आँकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफ़आईआई) ने बुधवार को सकल आधार पर 1,943.26 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.25 फ़ीसदी बढ़कर 76.38 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
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