loader
फोटो साभार: ट्विटर/@AnkitKSekwal

नीता अंबानी रिलायंस बोर्ड से बाहर; ईशा, आकाश, अनंत शामिल होंगे

नीता अंबानी ने सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड यानी आरआईएल के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही उनके बच्चों- ईशा, आकाश और अनंत के लिए आरआईएल बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक बनने का रास्ता साफ़ हो गया। अब ये तीनों बोर्ड में शामिल होंगे। आरआईएल के बोर्ड में ईशा, आकाश और अनंत को शामिल करने के क़दम को कंपनी के लिए उत्तराधिकार योजना की दिशा में एक स्पष्ट कदम के रूप में देखा जा रहा है।

रिलायंस के बोर्ड ने कंपनी की वार्षिक आम बैठक से पहले कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशकों के रूप में अनंत, ईशा और आकाश की नियुक्ति की आधिकारिक पुष्टि की। इस निर्णय के बारे में फर्म द्वारा की गई स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से जानकारी दी गई है। कंपनी की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शेयरधारकों की मंजूरी के बाद उनकी नियुक्ति उनके कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होगी।

ताज़ा ख़बरें

नीता अंबानी ने भले ही निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष के रूप में वह बोर्ड में स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में आरआईएल बोर्ड की सभी बैठकों में भाग लेंगी। 

कंपनी के बयान में कहा गया है कि वह भारत के लिए और भी अधिक प्रभाव डालने के लिए रिलायंस फाउंडेशन को मार्गदर्शन और सक्षम करने के लिए अपनी ऊर्जा और समय समर्पित करने के लिए बोर्ड से इस्तीफा देने के उनके फैसले का सम्मान करती है।

पिछले साल मुकेश अंबानी ने आकाश अंबानी के लिए भारत की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड में चेयरमैन की भूमिका निभाने का मार्ग प्रशस्त किया था। हालाँकि इसके बावजूद अंबानी ने Jio प्लेटफ़ॉर्म के चेयरमैन के रूप में अपना पद बरकरार रखा। इसी प्लेटफ़ॉर्म की इकाई रिलायंस Jio इन्फोकॉम है।
आकाश की जुड़वां बहन ईशा को रिलायंस की खुदरा शाखा की देखरेख के लिए चुना गया था, जबकि भाई-बहनों में सबसे छोटे अनंत को नए ऊर्जा व्यवसाय क्षेत्र में जिम्मेदारियाँ सौंपी गई थीं।
आकाश और ईशा रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड के बोर्ड में रहे हैं। यह पहली बार है कि भाई-बहनों को मूल कंपनी के बोर्ड में नियुक्त किया गया है। कंपनी की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरआईएल के बोर्ड में उनकी नियुक्ति से आरआईएल को उनकी अंतर्दृष्टि से लाभ मिलेगा और नए विचारों को बढ़ावा मिलेगा।
अर्थतंत्र से और ख़बरें

बता दें कि मुकेश अंबानी ने पहली बार 2021 में अपनी उत्तराधिकार योजना के बारे में बात की थी। उन्होंने अपने तीन बच्चों के लिए तीन अलग-अलग कार्यक्षेत्रों की भी पहचान की थी, जिसमें नई ऊर्जा व्यवसाय उनके सबसे छोटे बेटे अनंत को दिया गया था। टेलीकॉम और डिजिटल कारोबार उनके बड़े बेटे आकाश को और खुदरा कारोबार जुड़वां बहन ईशा को दिया गया।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

अर्थतंत्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें