रतन टाटा का दाँव उलटा पड़ गया है। नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्यूनल या एनसीएलएटी (एनक्लैट) ने साइरस मिस्त्री को दोबारा टाटा संस का चेयरमैन बनाने का फ़ैसला सुना दिया है। कंपनी विवादों में देश की सबसे ऊँची पंचायत ने यह कहा है कि जिस बोर्ड बैठक में मिस्त्री को हटाने का फ़ैसला हुआ वह बैठक ही ग़ैर-क़ानूनी थी। यही नहीं, उसने टाटा संस के चेयरमैन पद पर एन चंद्रशेखरन की नियुक्ति को भी अवैध क़रार दिया है।