अलग-अलग समय पर अलग-अलग संस्थानों ने भारत की अर्थव्यवस्था पर चिंता जताई है कहा है कि इसकी वृद्धि दर कम हो रही है। एक नए घटनाक्रम में अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेन्सी मूडीज़ ने साल 2019-2020 के लिए भारत के सकल घरेल उत्पाद की अनुमानित वृद्धि दर घटा कर 5.8 प्रतिशत कर दी, पहले यह 6.2 प्रतिशत थी। इसकी वजहें निवेश और माँग में कमी, ग्रामीण इलाक़ों में मंदी और रोज़गार के मौके बनाने में नाकामी हैं।