अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज़ का मानना है कि इस साल भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर घट कर 0.2 प्रतिशत हो सकती है। इसकी वजह कोरोना के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाला बुरा प्रभाव है।