2014 के मुक़ाबले 2021 में आज भारत कहाँ खड़ा है, आम भारतीय किस स्थिति में हैं- इसका आकलन ही मोदी सरकार के 7 साल के कामकाज का मूल्यांकन हो सकता है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले बीजेपी के शासनकाल में जहाँ जीडीपी की विकास दर घटती चली गयी, वहीं देशवासियों पर कर्ज बढ़ता चला गया। रोज़गार देने के मामले में भी यह फिसड्डी साबित हुई। बात रोज़गार छिन जाने तक जा पहुँची। स्थिति यह है कि बीते 7 साल में बेरोज़गारी दर दोगुनी हो चुकी है।