गाँवों में किसानी और रोज़गार की हालत कितनी ख़राब है, यह मनरेगा के आँकड़े साफ़ बयान कर रहे हैं। पिछले साल के मुक़ाबले इस साल मनरेगा में काम माँगने में रिकॉर्ड दस फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस वित्तीय वर्ष में 25 मार्च तक मनरेगा के तहत 255 करोड़ व्यक्ति दिन काम हुआ और इसमें अभी और भी बढ़ोतरी होने की संभावना है। पिछले साल इस योजना में 233 करोड़ व्यक्ति दिन रोज़गार मिले थे। इस साल मनरेगा में काम मिलने की यह संख्या आठ साल में सबसे ज़्यादा है। इसका सीधा मतलब यह हुआ कि काम माँगने वालों की संख्या में काफ़ी इज़ाफा हुआ है।