फ़ेसबुक और रिलायंस जियो ने एक सौदा किया है। इसमें फ़ेसबुक 5.7 बिलियन डॉलर यानी क़रीब 43,570 करोड़ रुपये रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी जियो प्लेटफार्म्स में निवेश करेगी। ज़ाहिर है इस सौदे से दोनों कंपनियाँ मुनाफ़ा कमाएँगी, पर एक साथ आने का मक़सद क्या है? क्या इसका राज़ उसमें छुपा है जिसमें दोनों कंपनियों की ओर से कहा गया है कि वे भारत के डिजिटल परिवर्तन में जुटेंगी? ये डिजिटल परिवर्तन में क्या क्रांति करेंगी?