भारतीय रिजर्व बैंक ने आज प्रमुख उधारी दर को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा यानी कोई बदलाव नहीं किया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने आमराय से रेपो रेट को नहीं बदलने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि महंगाई को काबू करने के लिए समिति तुरंत और उचित रूप से नीतिगत कार्रवाई करना जारी रखेगी। लेंडिंग रेट उसे कहते हैं जिस दर भारतीय रिजर्व बैंक सभी बैंकों को पैसा उधार देते हैं। बैंकों को अगर आरबीआई से महंगी दर पर पैसा मिलता है तो वो आगे उस बढ़ी दर को उपभोक्ता से विभिन्न मदों में वसूलते हैं। रेपो रेट बढ़ने का सीधा असर होम लोन, कार लोन समेत अन्य तरह के लोन पर पड़ता है।