अमेरिका और यूरोप से भारत के लिये बुरी खबर है। भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले दो साल से संकट में है और यह संकट 2019 के दूसरे हिस्से में बिल्कुल साफ़ दिख रहा था। लेकिन कोरोना रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन से तो इसकी कमर ही टूट गई है। यह अधिक चिंता की बात इसलिए भी है कि कोरोना की चपेट में आने के बाद यूरोप और अमेरिका की अर्थव्यवस्था बुरी स्थिति में है। इससे साफ़ संकेत मिलता है कि भारतीय अर्थव्यस्था को लेकर जो अनुमान लगाया जा रहा है, अंतिम स्थिति उससे बदतर होगी।