देश में टैक्स वसूली के आँकड़े लगातार आ रहे हैं और वित्त मंत्रालय की बाँछें खिलती जा रही हैं। वसूली का वर्षों का रिकॉर्ड न केवल टूट गया बल्कि अभी और भी राजस्व आने की उम्मीद है। आँकड़ों से पता चलता है कि कोविड महामारी का असर अर्थव्यवस्था से हट गया है और लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। यह खरीदारी ही भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है और इसकी तेजी ही देश को आगे रखेगी। इसमें कोई भी कमी फिर से उसके क़दम खींच लेगी।
टैक्स से सरकार का खजाना तो भर गया, टैक्सपेयर के लिए क्या?
- अर्थतंत्र
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- 19 Dec, 2022

देश में लक्ष्य से ज़्यादा टैक्स वसूली का फायदा किसे मिलेगा? क्या जनता के उस वर्ग को राहत मिलेगी जिसने तमाम बाधाओं को पार करते हुए देश में खपत को बढ़ावा दिया?
इनकम टैक्स विभाग ने बताया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में देश की डायरेक्ट टैक्स वसूली में 25.90 फीसदी बढ़ी है। 17 दिसंबर तक कुल राजस्व बढ़कर 13,63,649 करोड़ रुपये हो गया है जबकि पिछले साल यह 10,83,150 करोड़ रुपये था। इस वसूली में 7,25,036 करोड़ रुपये व्यक्तिगत टैक्स वसूली है। इससे पता चलता है कि देश में कोविड महामारी के बाद लोगों की आय भी बढ़ी है।