इसे कहते हैं सिर मुड़ाते ही ओले पड़ना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने शपथ ग्रहण किया, उसके अगले ही दिन ख़बर आई कि भारत अब सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था नहीं रही। उसे चीन ने पछाड़ दिया। घरेलू खपत घटने और अंतरराष्ट्रीय माँग गिरने की वजह से भारत के उत्पादन और सेवा क्षेत्रों में जनवरी-मार्च की तिमाही में काफ़ी कमी आई। नतीजा यह है कि अर्थव्यवस्था बढ़ने की रफ़्तार में यह चीन से पीछे छूट गया।