अर्थव्यवस्था में मंदी के बीच अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ़ भी भारत की अनुमानित जीडीपी विकास दर घटाने वाला है। आईएमएफ़ में भारतीय मूल की प्रमुख अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि संस्था अगले महीने यह अनुमानित आँकड़ा जारी करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अकेला ऐसा इमर्जिंग मार्केट है जो इस तरह का चौंकाने वाला ट्रेंड दिखा रहा है। बता दें कि आईएमएफ़ ने भारत के लिए अक्टूबर महीने में अनुमान लगाया था कि 2019 में विकास दर 6.1 फ़ीसदी और 2020 में 7 फ़ीसदी रह सकती है।