विश्व गुरु के घोष पर हर्षोल्लास व कटाक्ष का सिलसिला देश के भीतर और विदेश में बसी भारतीय बिरादरी के बीच तो खूब चला है, पर अब ऐसा लग रहा है कि पूरी दुनिया में भारत का डंका बजने वाला है, खासकर विश्व की अर्थव्यवस्था में। सबसे महत्वपूर्ण बयान आए हैं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की तरफ से।

आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे ओलिवियर गौरिंचस का कहना है कि जिस वक्त पूरी दुनिया पर मंदी का खतरा मंडरा रहा है, भारत की तेज चमक तारीफ के काबिल है। हालांकि, पिछले हफ्ते आईएमएफ ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटा दिया, पर यह भी बताया है कि भारत दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से बढ़ेगा।
आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा का कहना है कि इस वक्त दुनिया के आर्थिक क्षितिज पर जो अंधकार दिख रहा है, उसमें भारत को एक प्रकाश पुंज की तरह देखना पड़ेगा। इसकी एक वजह यही है कि मुश्किल दौर में भी भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती रही।
हालांकि, एक ही भारत के अलग-अलग पहलू हैं। एक पहलू यह भी है, जो ताजा ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2022 के आंकड़े दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत छह पायदान नीचे खिसककर 121 देशों में 107वें स्थान पर पहुंच गया है। वैश्विक सूची में भारत दक्षिण एशियाई देशों में सिर्फ युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से बेहतर बताया गया है। मतलब, विशाल आबादी वाले देश में भूख एक पहलू है।