क्या खुदरा महंगाई अभी भी नियंत्रित नहीं है? खाने की चीजों की कीमतों में उछाल से आख़िर क्या पता चलता है? दरअसल, पिछले एक महीने में कई अहम खाने की चीजों की खुदरा क़ीमतों में तेज़ वृद्धि हुई है। चाहे वह टमाटर, प्याज और आलू जैसी ज़रूरी सब्जियाँ हों या फिर चावल और गेहूं जैसे बुनियादी अनाज और अरहर दाल जैसी ज़रूरी खाद्य सामग्री, बेतहाशा बढ़ी क़ीमतों ने घर की रसोई के बजट को बिगाड़ दिया है।
महँगाई के आँकड़े नियंत्रित दिख रहे तो खाने के सामान बेहद महंगे क्यों?
- अर्थतंत्र
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- 29 Jun, 2023
हाल में खुदरा मुद्रास्फीति के जो आँकड़े आए हैं वे बताते हैं कि महंगाई नियंत्रण में है। लेकिन इसके बावजूद टमाटर, प्याज, आलू की, अरहर दाल जैसी बुनियादी चीजें आसमान क्यों छू रही हैं?

टमाटर की क़ीमत 100-130 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गई है। बीन्स, बैंगन और रतालू सहित सभी सब्जियां महंगी हो गई हैं और इनकी कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास या इससे ऊपर हो गई है।