ईडी ने जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके सहयोगियों के परिसरों से 75 लाख रुपये की भारतीय और विदेशी मुद्रा जब्त की है। इसके साथ क़रीब 200 बैंक खातों और 50 शेल फर्मों से जुड़े कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 15 स्थानों पर ईडी के लोगों ने बुधवार को बड़े पैमाने पर छापेमारी की थी। ईडी ने कहा कि जिन दस्तावेजों को जब्त किया गया था, उनका उपयोग जबरन वसूली, जमीन हड़पने और अन्य आपराधिक गतिविधियों से उत्पन्न अवैध धन की लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि 'अतीक अहमद के करीबी सहयोगियों और फर्मों के नाम पर 100 से अधिक संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं। इन संपत्तियों के अतीक की बेनामी संपत्ति होने का संदेह है।'
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि छापेमारी में 50 करोड़ रुपये से अधिक के नकद लेन-देन का भी पता चला है। कहा गया है कि किसानों से आपराधिक धमकी के माध्यम से खरीदी गई संपत्तियों के दस्तावेज भी पाए गए हैं।
ईडी के छापे अतीक और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जाँच का हिस्सा थे। छापेमारी ऐसे समय में की गई जब अहमद को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में एक स्थानीय अदालत में पेश करने के लिए गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा था।
ईडी ने विभिन्न पुलिस थानों में अहमद के खिलाफ हत्या, जबरन वसूली, धोखाधड़ी, जालसाजी, जमीन हड़पने और समान प्रकृति के अपराधों से संबंधित कई प्राथमिकियों का संज्ञान लेने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम यानी पीएमएलए के तहत जांच शुरू की।
बता दें कि आज अतीक अहमद के बेटे का एनकाउंटर हो गया है। गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और गुलाम को यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गुरुवार को मार गिराया। असद और गुलाम दोनों ही उमेश पाल मर्डर में आरोपी थे। यह एनकाउंटर ऐसे समय हुआ है, जब यूपी पुलिस अतीक को गुजरात के साबरमती जेल से लाकर प्रयागराज कोर्ट में पेश कर रही है। अतीक के परिवार ने पहले ही आरोप लगाया था कि य़ूपी पुलिस के इरादे अच्छे नहीं हैं और वे परिवार के लोगों को एनकाउंटर में मार सकते हैं।
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