21 दिनों का लॉकडाउन 14 अप्रैल को ख़त्म होने के बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति कई चरणों में दी जा सकती है। नागरिक विमानन मंत्रालय ने इसका संकेत दिया है।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी से कहा, ‘वायरस अभी भी देश में फैल रहा है, हम 14 अप्रैल के बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति कई चरणों में देने की सोच रहे हैं। एअरलाइन्स 14 अप्रैल के बाद किसी भी तारीख की बुकिंग कर सकती हैं।’
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लेकिन उस अफ़सर ने यह भी कहा है कि यदि लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया तो उस अवधि के लिए की बुकिंग रद्द करनी होगी। यानी यदि लाकडाउन ख़त्म होगा तो एअरलाइन्स को उड़ान की इजाज़त होगी, वर्ना नहीं।एअर इंडिया को छोड़ सभी एअरलाइन्स ने 14 अप्रैल के बाद की बुकिंग शुरू कर दी हैं। एअर इंडिया 30 अप्रैल के बाद की ही बुकिंग कर रहा है।
विमानन उद्योग का बुरा हाल
लॉकडाउन और दूसरी वजहों से विमानन उद्योग का बेहद बुरा हाल है। एअर डेकन ने अपनी सारी उड़ानें अनिश्चित काल के लिए रद्द करने का एलान किया है। उसने अपने सभी कर्मचारियों को सबैटिकल यानी बग़ैर वेतन की लंबी छुटि्यों पर जाने को कह दिया है।इंडिगो ने अपने सभी वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती कर दी है, क्योंकि उसकी कमाई बहुत ही कम हो गई है।
विस्तारा ने अपने सभी वरिष्ठ कर्मचारियों को मार्च महीने में 3 दिन की बग़ैर वेतन ज़बरन छुट्टी दे दी थी। स्पाइस जेट ने अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 से 30 प्रतिशत की कटौती का एलान कर दिया है।
एअर इंडिया ने कहा है कि वह केबिन क्रू को छोड़ सभी कर्मचारियों के वेतन में अगले तीन महीने तक 10 प्रतिशत की कटौती करेगा।
गोएअर ने सभी कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर दी और विदेश से आने वाले पायलटों को नौकरी से निकाल दिया। उसने इसके अलावा सभी कर्मचारियों को रोटनेशनल आधार पर कुछ-कुछ दिनों के लिए ज़बरन बग़ैर वेतन छुट्टी लेने को कह दिया है।
लेकिन सरकार ने कार्गो फ़्लाइट यानी माल ढोने वाली उड़ानें चलने दी हैं, स्वास्थ्य कारणों से किसी को लाने, ले जाने के लिए उड़ानों की अनुमति भी दे रखी है। विदेशी मिशनों को अपने नागरिकों को भारत से बाहर निकालने के लिए विशेष उड़ान की इजाज़त है।
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