आवास वित्तीय सेवा की बड़ी निजी कंपनी डीएचएफ़एल ने 31,500 करोड़ रुपये की हेराफरी की है। इसने कई बेनामी कंपनियाँ बनाईं, उन्हें करोड़ोें के कर्ज़ दिए, उन कंपनियों ने विदेशों में जायदाद ख़रीदीं और डीएचएफएल के निदेशकों की कंपनियों में पैसे लौट आए। इसी कंपनी ने बीजेपी को करोड़ों रुपये का चंदा भी दिया। कोबरपोस्ट ने मंगलवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर इसका खुलासा किया है।