इन हवाई अड्डों के लिए बोली जीतने के बाद अडानी ग्रुप का एविएशन इंडस्ट्री में भी प्रवेश हो गया है। ग्रुप मुंबई एयरपोर्ट में जीवीके की हिस्सेदारी खरीदने के लिए उसके साथ बातचीत में जुटा है। एएआई ने जीतने वाली कंपनी का चयन ‘मंथली पर-पैसेंजर फ़ी’ के आधार पर किया है।
एएआई के अधिकारियों ने बताया कि अडानी ग्रुप के द्वारा लगाई गई बोली और दूसरों के द्वारा लगाई गई बोली से कहीं ज़्यादा प्रभावी थीं। इन 6 हवाई अड्डों के संचालन के लिए 10 कंपनियों की ओर से 32 तकनीकी बोलियाँ मिली थीं। बता दें कि पिछले साल नवंबर में सरकार ने सभी 6 एयरपोर्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के आधार पर चलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। एएआई के अनुसार, पीपीपी मोड में चलाने का फ़ैसला विश्व स्तरीय सुविधाएँ देने के लिए लिया गया था।
124.6 फ़ीसदी बढ़ी थी संपत्ति
इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक़, 2017 में भारत के कारोबारियों में गौतम अडानी की संपत्ति सबसे तेज़ी से बढ़ी थी, तब अडानी ने रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी को भी पीछे छोड़ दिया था। अडानी की संपत्ति में 124.6 फ़ीसदी की वृद्धि हुई थी वहीं, अंबानी की संपत्ति 80 फ़ीसदी बढ़ी थी। जनवरी 2017 में अडानी की संपत्ति 4.63 अरब डॉलर थी जो दिसंबर 2017 के अंत में 10.4 अरब डॉलर हो गई थी।
कहा जाता है कि भारत के साथ-साथ इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी अडानी ग्रुप ने अपने कारोबार का काफ़ी विस्तार कर लिया है। लेकिन अडानी ग्रुप के ऑस्ट्रेलिया में कोयला खान के प्रोजेक्ट को लेकर काफ़ी विरोध हुआ था। हाल ही में अडानी ग्रुप का फ़्रांस की बड़ी ऑइल कंपनी टोटल के साथ एक समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत दोनों कंपनियाँ देशभर में पेट्रोल पंप खोलेंगी। दोनों कंपनियों की भारत में 10 साल के अंदर 1,500 पेट्रोल पंप खोलने की योजना है।
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