अडानी समूह ने आख़िरकार उस सवाल का जवाब दिया है जिसमें लगातार पूछा जा रहा था कि उसकी कंपनियों में विदेशी निवेश के 20 हज़ार करोड़ रुपये किसके हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि अडानी समूह को शेल कंपनियों से 20 हजार करोड़ रुपये मिले हैं। इन्हीं आरोपों के बीच ब्रिटिश अख़बार फाइनेंशियल टाइम्स ने इस पर ख़बर छापी थी। अडानी ने जो जवाब दिया है वह इसी अख़बार की रिपोर्टों को खारिज करने के लिए है।
राहुल ने पूछा था- 20 हज़ार करोड़ किसके हैं? जानें अडानी ने क्या जवाब दिया
- अर्थतंत्र
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- 11 Apr, 2023
राहुल गांधी लगातार पूछ रहे हैं कि अडानी की कंपनियों में निवेश की गई 20 हज़ार करोड़ की रक़म आख़िर किसकी है? अडानी ने अब इसका जवाब दिया है। जानें आख़िर वे पैसे किनके हैं।

अडानी समूह ने लंदन स्थित फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट का विरोध किया है और कहा है कि इसके निवेश में कुछ भी संदिग्ध नहीं है। इसने कहा कि उस रिपोर्ट में प्राइमरी और सेकंडरी निवेश को ग़लत तरीक़े से मिला दिया गया है और 2 बिलियन डॉलर के सेकंडरी लेनदेन को भी पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर दिया गया। अडानी समूह ने आरोप लगाया है कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि ‘अपनी पहले से मनगढ़ंत बातों का समर्थन करने के लिए रिपोर्टर आसानी से फंडिंग में अंतर का भ्रम पैदा कर सके’। उसने इस समूह को खत्म करने के लिए एक 'प्रतिस्पर्धी दौड़' का हिस्सा करार दिया।