राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) को इस साल अब तक महिला विरोधी अपराध की 12,600 शिकायतें मिली हैं, जिनमें सबसे अधिक मामले उत्तर प्रदेश से हैं। यूपी में भाजपा का शासन है। इसके बाद दिल्ली और फिर महाराष्ट्र का नंबर है। हैरानी की बात है कि मणिपुर से ऐसी सिर्फ तीन शिकायतें आई हैं। जबकि भाजपा शासित मणिपुर जातीय हिंसा में दो साल से झुलस रहा है और युवा महिलाएं उसका सबसे ज्यादा शिकार हुई हैं। मणिपुर वही राज्य है, जहां पिछले साल महिलाओं की नग्न परेड कराई गई थी, फिर गैंगरेप किया गया और उनके सामने उनके परिवार के लोगों को मार डाला गया। पीएम मोदी ने हिंसाग्रस्त मणिपुर का आज तक दौरा नहीं किया है।