भारत के जिस विपक्ष को देश के अवतार पुरुष पानी पी-पीकर कोसते हैं आज उस विपक्ष की वंदना होना चाहिए क्योंकि उसने नयी बोतल में पुरानी शराब जैसा होते हुए भी महिला आरक्षण विधेयक यानि नारी शक्ति वंदन विधेयक लोकसभा में पारित करा दिया । राजनीति से ऊपर उठकर किये गए इस सहयोग के लिए अब सत्ता पक्ष को अपनी सनातनी ऐंठ छोड़कर देश के विपक्ष का अभिनंदन करने के साथ ही उसे ' घमंडिया ' गठबंधन कहना छोड़ देना चाहिए क्योंकि विपक्ष ने सरकार का सहयोग कर ये प्रमाणित कर दिया की वो ' घमंडिया ' नहीं बल्कि असली ' इंडिया' [आईएनडीआईए ] गठबंधन है। जैसा कि मै पहले दिन से कहता आ रहा हूँ कि इस विधेयक को संख्या बल के आधार पर लोकसभा और राज्य सभा में भी आसानी से पारित कराया जा सकता है, सो वैसा ही हुआ । ये ध्वनिमत से भी पारित हो सकता था यदि इसको लेकर विधेयक को सदन में लाने से पहले विपक्ष को भी विश्वास में लिया गया होता ।