'इतिहास खुद को दोहरा रहा है'। सोशल मीडिया पर यह लिखते हुए दावा किया गया है कि जो दशकों पहले अमेरिका में हुआ था अब भारत में हो रहा है। तब अमेरिका में नस्लवाद के ख़िलाफ़ वहाँ के एक प्रसिद्ध खिलाड़ी मुहम्मद अली ने विरोध में अपना मेडल नदी में बहा दिया था। अब भारत में यौन उत्पीड़न के आरोपी पर कार्रवाई नहीं होने पर गोल्ड मेडलिस्ट अपने-अपने मेडल गंगा नदी में बहाने जा रहे हैं।