वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार चुशुल स्थित चीनी चौकी पर भारतीय और चीनी सेना में कमांडर स्तर की बातचीत शुरू हो चुकी है। पर महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या पीपल्स लिबरेशन आर्मी पैंगोंग त्सो झील के किनारे और डेपसांग के इलाक़ों को खाली कर देगा। 

यह सवाल अहम इसलिए भी है कि चीनी सेना अब तक इस मुद्दे पर कोई बात करने को ही तैयार नहीं थी। मंगलवार की यह बातचीत बेहद पेचीदी और कठिन होगी, इसलिए समझा जाता है कि एक ही दिन में कोई समाधान नहीं निकलेगा और शायद इसके बाद भी कई दौर की बातचीत हो।