बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कल एक बहुत अच्छी बात कही (पढ़ें)। वह गुवाहाटी में थे और उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों में धार्मिक उत्पीड़न झेल रहे अल्पसंख्यकों की मदद करना भारत का कर्तव्य है। सही है, कोई भी सभ्य और संवेदनशील व्यक्ति, समाज और देश अपने पड़ोस में हो रहे अत्याचार को देखकर चुप नहीं रह सकता और अपने से जो भी बन सके, वह करता है। यूरोप और अमेरिका के कई देश यही नीति अपनाते हैं और दुनिया में कहीं भी किसी भी व्यक्ति के साथ धार्मिक, जातीय, नस्लीय, राजनीतिक या व्यक्तिगत कारणों से अत्याचार हो रहा होता है तो वे उसे अपने देश में शरण देने और नागरिकता का अधिकार देने को तत्पर रहते हैं।