ग़ैर-आरक्षित वर्गों के ‘ग़रीबों’ के लिए नया 10% आरक्षण लागू करने के लिए शिक्षा संस्थानों को क़रीब 3 लाख सीटें बढ़ानी होंगी जो कि मौजूदा सीट क्षमता का 25% है। संस्थानों ने कहा है कि उनके पास हर पाठ्यक्रम में 25% सीटें बढ़ाने के लिए न तो जगह है न ही पैसा। इसपर सरकार ने कहा है कि वह इसके लिए आर्थिक मदद करेगी।