कर्नाटक के शिमोगा (शिवामोग्गा) में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा का आपराधिक रेकॉर्ड सामने आया है। हालांकि वो खुद को हर्षा हिन्दू लिखता था। उस पर हिन्दू-मुस्लिमों के बीच नफरत फैलाने के अलावा कई और संगीन आरोप भी हैं। तमाम दक्षिणपंथी संगठन और कर्नाटक के मंत्री अब उसे अपना वफादार कार्यकर्ता साबित करने पर तुल गए हैं लेकिन पुलिस रेकॉर्ड को हटाया नहीं जा सकता। यह अलग बात है कि अब हर्षा की हत्या को साम्प्रदायिक रंग देकर कर्नाटक के शिमोगा शहर में हिंसा हो रही है।
कौन है हर्षा, जिसके नाम पर हिजाब की आड़ में कर्नाटक में साम्प्रदायिक आंधी चली
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- 29 Mar, 2025
कर्नाटक में हिजाब बैन के आंदोलन के दौरान शिमोगा में जिस बजरंग दल कार्यकर्ता की मौत हुई, आखिर वो शख्स कौन है। जानिए।

डेक्कन हेरॉल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक शिमोगा के डोड्डापेट पुलिस स्टेशन में हर्षा पर चार मामले दर्ज हैं। ये मामले 2017 से चल रहे हैं। उस पर सोशल मीडिया के जरिए सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाया गया था। उस पर कुछ साल पहले एक मस्जिद पर सुअर की तस्वीर चिपकाने का भी आरोप लगा था। सोशल मीडिया के जरिए नफरत फैलाने वालों की पुलिस सूची में भी उसका नाम है।