यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में दंगा फसाद न होने पर अपनी पीठ ठोंकी। उन्होंने कहा कि रामनवमी के दिन यूपी में 800 स्थानों पर शोभा यात्रा निकली लेकिन कहीं कोई दंगा फसाद नहीं हुआ। इस समय रमज़ान का महीना भी चल रहा है लेकिन कहीं कोई तू-तू मैं-मैं तक नहीं हुई। दंगा फसाद तो दूर की बात है। योगी के इस बयान के अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दरअसल, ये मुसलमानों को एक चेतावनी है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने उन राज्यों का मजाक उड़ाया है, जहां रामनवमी पर हिंसा हुई। इसमें मध्य प्रदेश भी है, जहां बुलडोजर बाबा (योगी) की नकल बुलडोजर मामा (शिवराज सिंह चौहान) के रूप में की गई और उसे जमकर प्रचारित किया जा रहा है।
योगी के बयान के निहितार्थ क्या हैं, बजरंग मुनि को कौन पकड़ेगा?
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- 13 Apr, 2022
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया कि यूपी में दंगे फसाद की कोई जगह नहीं है। सवाल ये है कि योगी के इस बयान के क्या मायने हैं। बजरंग मुनियों को पकड़ने की जिम्मेदारी किसकी है।

बीजेपी के नेता लालजी टंडन की जयंती पर योगी ने ये बातें कल शाम को लखनऊ में कहीं थीं। योगी ने कहा कि यूपी में दंगे-फसाद की कोई जगह नहीं है। ये यूपी के विकास की नई सोच को प्रदर्शित करता है। अराजकता के लिए, गुंडागर्दी के लिए और अफवाह के लिए यूपी में कोई जगह नहीं है। योगी ने अपने भाषण को बाद में ट्वीट भी किया।