वीएचपी यानी विश्व हिंदू परिषद ने मंगलवार को कहा है कि जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के लिए लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को आमंत्रित किया गया है। वीएचपी का यह बयान तब आया है जब इससे पहले राम मंदिर ट्रस्ट ने कहा था कि वह आडवाणी और जोशी की बढ़ती उम्र और कड़ाके की ठंड के कारण उनसे नहीं आने का अनुरोध किया गया है।
वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि राम मंदिर आंदोलन के नेता आडवाणी और जोशी को 22 जनवरी के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। वीएचपी के हैंडल एक्स पर एक पोस्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'हमने रामजी के आंदोलन के बारे में बात की। दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वे इस कार्यक्रम में आने की पूरी कोशिश करेंगे।'
"राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी और आदरणीय डॉ मुरली मनोहर जोशी जी को अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया। रामजी के आंदोलन के बारे में बात हुई। दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वह आने का पूरा प्रयास करेंगे":… pic.twitter.com/gF0QEdC80d
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) December 19, 2023
विहिप भाजपा की वैचारिक मातृशक्ति संघ परिवार का हिस्सा है। वीएचपी का यह बयान तब आया है जब ट्रस्ट के प्रमुख चंपत राय ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए आंदोलन में सबसे आगे रहे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके स्वास्थ्य और उम्र को ध्यान में रखते हुए यह फ़ैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि मुरली मनोहर जोशी बार-बार आने की ज़िद करते रहे, लेकिन उन्हें नहीं आने को कहा गया। चंपत राय के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ट्रेंड करने लगे।
बता दें कि आडवाणी अब 96 वर्ष और जोशी 89 साल के हैं। दोनों ने राम जन्मभूमि आंदोलन का आगे बढ़कर नेतृत्व किया। आडवाणी ने आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के लिए गुजरात के सोमनाथ से उत्तर प्रदेश के अयोध्या तक विवादास्पद 'रथ यात्रा' निकाली थी। बाबरी मस्जिद विध्वंस के वक्त बीजेपी के दोनों दिग्गज मौजूद थे।
चंपत राय की इस टिप्पणी से बड़ा विवाद खड़ा हो गया। कई लोगों ने भाजपा नेतृत्व पर एक समय पार्टी का नेतृत्व करने वाले अनुभवी नेताओं को दरकिनार करने और उनका अपमान करने का आरोप लगाया।
शिवराज यादव नाम के एक यूज़र ने ट्वीट किया है, 'राममंदिर उद्घाटन में लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को उम्र का हवाला देते हुए आमंत्रित नहीं किया गया है, लेकिन एचडी देवेगौड़ा को आमंत्रित किया गया है। किसी ने सही कहा कि कर्मों फल यहीं मिलता है। अब कोई रामभक्त राममंदिर ट्रस्ट और बीजेपी से कोई सवाल नहीं करेगा।'
ध्रुव त्रिपाठी नाम के यूज़र ने ट्वीट किया है, 'चंपत राय जी आप 78 साल के हो गए हैं, ठंड ज्यादा है, अपनी तबियत का ध्यान रखें, लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जी को न आने की अपील आपने तो कर दी, वहां आपका भी कोई काम नहीं है, अपने घर बैठिए, राम मंदिर प्रचार करने के लिए नहीं बना है, लोगों ने कुर्बानी दी है मंदिर के लिए।'
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