अपनी बात शुरू करने से पहले मैं एक छोटा-सा क़िस्सा सुनाना चाहता हूँ। मेरे साथ हाईस्कूल में पढ़ने वाला एक सहपाठी कोई चालीस साल बाद मुझे अचानक ट्रेन में मिल गया।। संयोग से हम दोनों ने ही एक-दूसरे को पहचान लिया। मैंने पूछा, तुम हाईस्कूल में मेरे साथ थे। फिर क्या पढ़ाई के लिए बाहर चले गए थे?’