टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज या टीआईएसएस ने अपने सभी चार परिसरों में लगभग 55 प्रोफेसरों और 60 गैर-शिक्षण कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें संस्थान के आधे शिक्षण कर्मचारी और गुवाहाटी में इसके परिसर के सभी गैर-शिक्षण कर्मचारी शामिल हैं। बर्खास्त किए गए शिक्षण कर्मचारियों में से लगभग 20 संस्थान के मुंबई कैंपस से हैं, 15 हैदराबाद से हैं, 14 गुवाहाटी से हैं और छह महाराष्ट्र के तुलजापुर स्थित कैंपस से हैं।
टाटा ट्रस्ट ने ग्रांट रोकी तो TISS से 55 प्रोफेसर बर्खास्त, यूजीसी वाले सुरक्षित
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- सत्य ब्यूरो
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- 30 Jun, 2024
टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) के सभी कैंपसों में बड़े पैमाने पर प्रोफेसर और नॉन टीचिंग स्टाफ की सेवाएं बर्खास्त कर दी गई हैं। इसमें काफी लोग कई दशक से कार्यरत थे। इसकी मुख्य वजह यह बताई गई है कि टाटा एजुकेशन ट्रस्ट ने टिस को दी जाने वाली ग्रांट रोक दी है।

संस्थान के प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स फोरम ने एक बयान में कहा, "लगभग सौ स्टाफ सदस्य, जिन्हें पहले टाटा एजुकेशन ट्रस्ट ने फंडिंग की थी, TISS में वर्षों की सेवा के बाद बेरोजगार हो गए। यह संस्थान को चलाने में TISS प्रशासन के वर्तमान नेतृत्व की पूरी तरह से विफलता और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की उदासीनता है।"
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