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दिशा रवि को वकील, परिजनों से रोज़ाना मिलने की छूट

दिल्ली का एक अदालत ने किसान आन्दोलन से जुड़े टूलकिट बनाने के मामले में पर्यावरण व सामाजिक कार्यकर्ता दिशा रवि को रोज़ाना अपने वकील से 30 मिनट और परिवार के लोगों से 15 मिनट की मुलाक़ात करने की इज़ाजत दी है। 

अदालत ने पुलिस से यह भी कहा है कि दिशा को गर्म कपड़े दिए जाएं। दिशा को किसान आन्दोलन से जुड़े टूलिकट एडिट करने व दूसरों को भेजने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया है। 

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दिशा रवि को बेंगलुरू से रविवार को गिरफ़्तार किया गया। पुलिस ने टूलकिट बनाने और शेयर करने के मामले में दूसरे सामाजिक कार्यकर्ता निकिता जैकब और शांतनु मुलुक के ख़िलाफ़ भी वारंट जारी किया था। बंबई हाई कोर्ट की औरंगाबाद बेंच ने मंगलवार को मुलुक को अग्रिम ज़मानत दे दी। जैकब की याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी। 

'पोएटिक जस्टिस फ़ाउंडेशन' से जुड़े तार?

दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस टूलकिट के पीछे 'पोएटिक जस्टिस फ़ाउंडेशन' का हाथ है। इस संगठन ने वकील निकिता जैकब से भी संपर्क किया था कि वह गणतंत्र दिवस के दिन हुई किसानों की रैली से पहले ट्वीट करे। पुलिस का कहना है कि पोएटिक जस्टिस फ़ाउंडेशन खालिस्तानी अलगाववादी संगठन है। 

किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को दिशा रवि की गिरफ़्तारी की आलोचना की। किसान मोर्चा की ओर से कहा गया है कि वह किसान आंदोलन के प्रति सरकार के द्वारा पुलिस का दुरुपयोग किए जाने से बेहद चिंतित है। आगे कहा गया है कि मोर्चा बिना नियमों का पालन कर की गई दिशा रवि की गिरफ़्तारी की निंदा करता है और उसे तुरंत रिहा करने की मांग करता है। जबकि पुलिस का कहना है कि दिशा की गिरफ़्तारी में सभी नियमों का पालन किया गया। 

toolkit case : disha ravi allowed to meet family, lawyer everyday - Satya Hindi
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हिंसा हुई। आरोप है कि टूलकिट से इसे मदद मिली।

दिल्ली पुलिस ने दिशा की गिरफ़्तारी के मामले में दावा किया है कि यह तय प्रक्रियाओं के तहत ही किया गया था। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि क़ानून 22 साल के युवा और 50 साल के बुजुर्ग में फर्क नहीं करता है। 

दिशा के साथ विपक्ष

दिशा की गिरफ़्तारी पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- “बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे बोल कि सच ज़िंदा है अब तक! वो डरे हैं, देश नहीं!” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा, “डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।”

इसके पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि कई भारत विरोधी तत्व हैं, जो अस्थिरता फैलाना चाहते हैं, दिल्ली उनका केंद्र बिंदु बना हुआ है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि फरवरी 2020 में हुए दंगे और विरोध प्रदर्शन इस योजना का एक हिस्सा थे, लेकिन पुलिस ने इसे जिस तरह से संभाला, वह अन्य पुलिस बलों के लिए एक उदाहरण है।
दिशा रवि की गिरफ़्तारी से जुड़ क्या मामला है, देखें वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष को। 
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क़मर वहीद नक़वी
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