आशुतोष कैसे याद करते हैं सुषमा स्वराज की राजनीति को? वह क्यों सवाल पूछते हैं कि क्या उन्हें प्रधानमंत्री नहीं होना चाहिए था? देखिए आशुतोष से साथ इन्हीं सवालों के जवाब।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।