सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हिंदू पक्षकारों से उनके इस दावे पर सबूत देने को कहा कि बाबरी मसजिद एक प्राचीन मंदिर या हिंदू धार्मिक ढाँचे के अवशेषों पर बनाई गई थी। इस पर रामलला विराजमान ने पुरातत्व विभाग के दस्तावेज़ों को दिखाकर दावा किया कि उस विवादित जगह पर पहले से विशाल राम मंदिर था। अयोध्या ज़मीन विवाद पर रोज़ाना सुनवाई के सातवें दिन शुक्रवार को हिंदू पक्षकार रामलला विराजमान सी.एस. वैद्यनाथन के वकील के सामने सुप्रीम कोर्ट ने कई सवाल पूछे।
सबूत दिखाएँ कि मंदिर के अवशेषों पर बाबरी मसजिद बनी: सुप्रीम कोर्ट
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- 16 Aug, 2019
सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू पक्षकारों से उनके इस दावे का सबूत देने को कहा कि बाबरी मसजिद एक प्राचीन मंदिर या हिंदू धार्मिक ढाँचे के अवशेषों पर बनाई गई थी। इस पर रामलला विराजमान ने दलीलें रखीं।

मामले की सुनवाई कर रही संविधान पीठ में शामिल डी.वाई. चंद्रचूड़ ने वैद्यनाथन से पूछा, ‘पिछले दो सदियों में हमने सभ्यताओं को नदी किनारे बसते देखा है। उन्होंने पहले से मौजूद संरचनाओं पर निर्माण किया है। लेकिन यह साबित करें कि कथित रूप से ध्वस्त इमारत (जिस पर बाबरी मसजिद बनाई गई थी) प्रकृति में धार्मिक थी।’