राष्ट्रीय जाँच एजेन्सी को भीमा कोरेगाँव मामले में एक ज़बरदस्त झटका लगा है, जिससे उसकी फजीहत तो हो ही रही है, उसके कामकाज के तौर तरीके पर भी सवाल उठना लाज़िमी है।