कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम, डी. के. शिवकुमार के बाद अब कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यह मामला सिख विरोधी दंगों से जुड़ा हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित एसआईटी ने सिख विरोधी दंगों से जुड़े सात मामलों को फिर से खोलने का फ़ैसला किया है। इन मामलों में अभियुक्त या तो बरी कर दिए गए थे या फिर ट्रायल ही बंद कर दिया गया। इस मामले में आधिकारिक रूप से अधिसूचना जारी की गई है। बता दें कि जब कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले थे, तब दिल्ली में कभी उनके साथी रहे सज्जन कुमार पर कोर्ट का फ़ैसला आया था और दिल्ली हाई कोर्ट ने 1984 नरसंहार में भीड़ को हिंसा पर भड़काने के लिए सज्जन कुमार को उम्रक़ैद की सज़ा दी है। 84 नरसंहार में कमलनाथ का भी नाम आया था और जैसे ही मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ के नाम की घोषणा हुई, सिख नेताओं ने उनके चयन का विरोध करना शुरू कर दिया था।
सिख विरोधी दंगों की फिर होगी एसआईटी जाँच, फँसेंगे कमलनाथ?
- देश
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- 29 Mar, 2025
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम, डी. के. शिवकुमार के बाद अब कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। यह मामला सिख विरोधी दंगे से जुड़ा हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित एसआईटी ने सिख विरोधी दंगे से जुड़े सात मामलों के फिर से खोलने का फ़ैसला किया है।
