दिल्ली में हुए श्रद्धा वालकर हत्याकांड के मामले में महरौली के जंगलों में जो हड्डियां मिली थीं, वह श्रद्धा वालकर के पिता के डीएनए से मैच हुई हैं। सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री की रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है। साफ है कि यह हड्डियां श्रद्धा की ही थीं। पुलिस के लिए यह इस मामले में बड़ी कामयाबी है और वह इसे बतौर सुबूत अदालत के सामने रख सकती है।
इस हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला ने पॉलीग्राफ टेस्ट में अपना गुनाह कुबूल कर लिया था। उसका नार्को टेस्ट भी कराया गया था।
श्रद्धा की हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस आफताब पूनावाला को महरौली के जंगलों में ले गई थी और वहां से कुछ हड्डियां बरामद की थी। आफताब पूनावाला ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान इस बात को भी स्वीकार किया था कि उसने श्रद्धा के शव के कई टुकड़े किए और उन्हें जंगल में फेंक दिया था।
पुलिस ने आफताब के द्वारा श्रद्धा के शव को काटने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियारों को भी बरामद कर लिया था। पूछताछ के दौरान आफताब ने पुलिस को बताया था कि उसने श्रद्धा के शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया था और इन्हें रखने के लिए 300 लीटर का फ्रिज खरीदा था।
कुछ दिन पहले ही श्रद्धा के पिता ने महाराष्ट्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और यह आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र पुलिस ने साल 2020 में श्रद्धा के द्वारा की गई शिकायत को लेकर लापरवाही की थी। श्रद्धा ने साल 2020 में पुलिस में शिकायत की थी कि आफताब ने उसके टुकड़े करने की धमकी दी थी। पुलिस का कहना था कि बाद में श्रद्धा ने यह लिख कर दिया था कि इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाए क्योंकि उन दोनों के बीच समझौता हो चुका है।
श्रद्धा के पिता ने मांग की है कि आफताब पूनावाला को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
आफताब ने पुलिस को बताया था कि श्रद्धा उस पर शादी करने के लिए दबाव बना रही थी और इसे लेकर उन दोनों के बीच लगातार लड़ाई झगड़े हो रहे थे।
आफताब ने पुलिस को बताया था कि 18 मई को भी उन दोनों के बीच बहस हुई। उस दिन आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आफताब ने धारदार हथियार से श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े कर दिए।
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