'नेहरू जी नशा करते थे और महात्मा गांधी जी का भी एक लड़का नशा करता था"
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) December 15, 2022
BJP नेता और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर pic.twitter.com/14dAvjc9Go
मंत्री ने आगे कहा- हमारा पूरा देश नशीली दवाओं के खतरे की चपेट में है। मैं मीडियाकर्मियों से आग्रह करता हूं कि वे लोगों को ड्रग्स लेने के नुकसान के बारे में जागरूक करें और उन्हें ड्रग्स के कारण होने वाली मौतों और अन्य मानसिक, शारीरिक समस्याओं के बारे में सूचित करके लोगों को ड्रग्स लेने के खिलाफ डर पैदा करें। अगर ऐसा होता है तो जिस तरह जहर की बिक्री बंद होती है उसी तरह से ड्रग्स की बिक्री भी बंद हो जाएगी।
पहले का विवादित बयान
आज से ठीक एक महीना पहले भी केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का विवादास्पद बयान पढ़ी लिखी लड़कियों को लेकर आया था। नवंबर में न्यूज 18 के रिपोर्टर ने उनसे श्रद्धा वालकर के मामले में टिप्पणी मांगी तो इस तरह के अपराध के लिए कौशल किशोर ने पढ़ी-लिखी लड़कियों को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने लिव इन रिलेशनशिप पर बैन लगाने की मांग की।न्यूज 18 को दी गई वीडियो बाइट में मंत्री कौशल किशोर फरमा रहे थे कि लड़कियों की भी जिम्मेदारी बनती है। जिन्हें मां-बाप पाल पोसकर बड़ा करते हैं और वो एक झटके में मां-बाप को छोड़ देती हैं। लिव इन रिलेशनशिप में रहने का क्या मतलब है। लिव इन रिलेशनशिप में रहना है तो उसके लिए बाकायदा रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। अगर मां-बाप तैयार नहीं है तो पहले आप कोर्ट मैरिज कीजिए। ये सब घटनाएं उन लोगों के साथ हो रही हैं जो पढ़ी लिखी लड़कियां हैं। जो अपने आप को बहुत फ्रैंक बता देती हैं। मैं बालिग हो गईं हूं। निर्णय लेने की क्षमता मेरे अंदर है। वही इन मामलों में फंसती हैं।
मंत्री आगे फरमाते हैं - हमारी लड़कियों को ध्यान देना चाहिए कि हम ऐसा क्यों कर रहे हैं। फिर रिपोर्टर सवाल के रूप में अपना मत देता है। वो कहता है - यानी पढ़ी लिखी लड़कियां खुद इसके लिए ज्यादा जिम्मेदार हैं। वो खुद फंस रही हैं। मंत्री जवाब में कहते हैं - बिल्कुल जिम्मेदार हैं। अब इस घटना को लीजिए। उनके माता-पिता ने मना किया। जैसा कि उस लड़की के पिता ने बताया कि बहुत मनाया लेकिन वो नहीं मानी। पढ़ी लिखी लड़की ने ही तो निर्णय लिया। जिम्मेदारी ली। इन सब चक्करों में नहीं पड़ना चाहिए। पहले शादी करो। लिव इन रिलेशन से क्या होता है। ये तरीका अपराध को बढ़ावा दे रहा है। ये गलत तरीका भी है। इसी के परिणाम लोगों को भुगतने पड़ रहे हैं। मैं समझता हूं कि ये नहीं होना चाहिए।
#BreakingNews | Girls are responsible for leaving parents for live-in relationship: Union minister Kaushal Kishore insults #ShraddhaWalkar
— News18 (@CNNnews18) November 17, 2022
"Educated girls to be blamed"
"Get married first, live-ins encourage crime"@kaidensharmaa | @toyasingh | #Shraddha #Vic pic.twitter.com/zoo5IZBCks
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और तमाम हाईकोर्ट ने समय-समय पर सुनाए गए फैसलों में लिव इन रिलेशनशिप को जायज ठहराया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में यह भी कहा है कि लिव इन रिलेशनशिप में पैदा हुए बच्चे का अधिकार संपत्ति में होगा। अभी तक ऐसे बच्चों को लेकर स्थिति साफ नहीं थी लेकिन अब अदालत ने उसे भी साफ कर दिया है।
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