तिहाड़ जेल क्या अपराध को अंजाम देने के लिए एक अड्डा बन गया है? सुप्रीम कोर्ट ने देश की राजधानी के इस जेल और जेल प्रशासन के बारे में जो टिप्पणी की है वह बेहद गंभीर है। इसने कहा है कि इसने जेल अधिकारियों में विश्वास खो दिया है और यह भी कहा कि 'तिहाड़ जेल के अधीक्षक की पूरी तरह बेशर्मी है'।
सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा- तिहाड़ जेल अवैध गतिविधियों का अड्डा बन गया?
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- 27 Aug, 2021
सुप्रीम कोर्ट यूनिटेक लिमिटेड के पूर्व प्रमोटर अजय चंद्रा और संजय चंद्रा के मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि तिहाड़ जेल अपराध को अंजाम देने के लिए क़रीब-क़रीब एक अड्डा बन गया है।

अदालत ने यह टिप्पणी तब की जब उसे बताया गया कि जेल से किस-किस तरह के गोरखधंधे हो रहे हैं। किस तरह जेल के अंदर बंद अपराधी जेल के बाहर भी गतिविधियाँ निर्बाध रूप से संचालित करते रहते हैं। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को यूनिटेक लिमिटेड के पूर्व प्रमोटर अजय चंद्रा और संजय चंद्रा के मामले की सुनवाई कर रहा था। जस्टिस चंद्रचूड़ और एमआर शाह की बेंच ने जेल मैनुअल का उल्लंघन कर अवैध गतिविधियाँ चलाने और जाँच को पटरी से उतारने के लिए जेल अधिकारियों की जमकर आलोचना की।